भोपाल गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदार अमेरिकन कंपनी यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन के पूर्व चीफ व
वारेन एंडरसन ने 7 दिसंबर को अपनी रिहाई के फौरन बाद राष्ट्रपति और गृह मंत्री से मुलाकात की थी। यह सनसनीखेज खुलासा तत्कालीन राजीव गांधी सरकार में मंत्री रह चुके अरुण नेहरू ने किया है।
जैसा की हम सब जानते है की कॉंग्रेस पार्टी " माइनो पार्टी" हमेशा से इस देश को एक खेती समझती रही है. जिसमे हज़ारो लाखों हिंदुओं को जलाकर / मारकर हमेशा से अपना सता का खेल खेला है. आज वो फिर बेनकाब हो गयी,.एक चैनल से बात करते हुए अरुण नेहरू ने कहा, 'रिहा होते ही वह सरकारी जहाज में दिल्ली आया। वह तत्कालीन गृह मंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव और राष्ट्रपति से भी करीब एक घंटे तक मुलाकात की थी. आपको याद होगा तत्कालीन पी. वी. सरकार के मंत्री ने उस समय इस्तीफ़ा दे दिया था, फिर उन्होने अपने बयान मे कहा की ये सरकार सिर्फ़ लाशों पर राजनीति करती है. ये मुद्दा ज़यादा नह्ीॉ उछाला गया क्यूंकी इस देश के बिकाऊ मीडीया ने इसे दबा दिया.
यह ऐसी घटना है जिसका स्पष्टीकरण दिया जाना जरूरी है। केवल सरकार ही इस मामले में कोई स्पष्टीकरण दे सकती है।' नेहरू एक समय में राजीव गांधी के मुख्य रणनीतिकार रह चुके हैं।
लाखो लोगो के हत्यारे और कॉंग्रेस पार्टी के लिए स्विस बैंक एंडरसन की रिहाई 7 दिसंबर को हुई थी, इसके महज पांच दिन पहले भोपाल प्लांट से खतरनाक मिथाइल आइसोसाइनाइट गैस का रिसाव हुआ था। इसमें हजारों लोगों की मौत हुई थी।
रविवार को वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह का बचाव किया था। उन्होंने कहा था, '8 दिसंबर 1984 को दिए गए अर्जुन सिंह के बयान से सब बात साफ हो जाती है।' अर्जुन सिंह ने उस समय दिए बयान में कहा था कि कानून और व्यवस्था की हालत बिगड़ रही थी। लोगों का गुस्सा भड़का हुआ था। ऐसे में एंडरसन को बाहर भेजना जरूरी लगा और मैंने उसे बाहर भेजने का फैसला किया।
तो आप लोग क्या उम्मीद करते है की "5M" संचालित इस पार्टी से हिन्दुस्तान का हिंदू न्याय की उमीद कर सकता है. मेरा मानना है की कभी नही.
जय हिंद.
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